चूल्हा -चौका त्याग कर ,तुम तो लगीं कतार सखी !
बच्चे भूख से बिलख रहे , और रोते हैं भरतार सखी !
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इतने दिन में देश का , बहुत हुआ उद्धार सखी !
वोट मांगने फ़िर यही ,आ जाएँगे व्दार सखी !
_____________________________ डॉ .प्रतिभा स्वाति
वोट मांगने फ़िर यही ,आ जाएँगे व्दार सखी !
_____________________________ डॉ .प्रतिभा स्वाति
पांच बरस की बात है , काहे को हलकान सखी !
समझौता है जिंदगी ,मुख पे रख मुस्कान सखी !
_____________________ ये सखि -वार्ता जारी रहेगी , gv me a brck plz
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