गुरुवार, नवंबर 17, 2016

500 - 1000 सखी .....


चूल्हा -चौका त्याग कर ,तुम तो लगीं  कतार सखी !
बच्चे भूख से  बिलख रहे , और रोते  हैं भरतार सखी !
.
.

इतने दिन में देश का , बहुत हुआ उद्धार सखी !
वोट मांगने फ़िर यही ,आ जाएँगे व्दार सखी !
_____________________________ डॉ .प्रतिभा स्वाति

पांच  बरस की बात है , काहे को हलकान सखी !
समझौता है  जिंदगी ,मुख पे रख मुस्कान सखी !

_____________________ ये सखि -वार्ता जारी रहेगी , gv me a brck plz










कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें