यूँ आज भी मुझे याद नहीं , मेरी पहली कहानी कौन-सी थी . पर सच कहूँ , तो क्या फर्क पड़ता है ? यदि याद आ भी जाए . मेरे कहने से क्या होगा ? ज़माने में हर बात को ज़ाहिर करना काफ़ी नहीं होता . उसकी पुष्टि के लिये प्रमाण
प्रस्तुत करने होते हैं .
तब फिर अनिवार्य क्या है ? लिखना या लिखने का प्रमाण ?जल्दी ही इस post को edit करुँगी/ तब अपने कुछ प्रकाशित कविता -कहानी - लेख / यहाँ चस्पा कर दूंगी :)
----------------- डॉ . प्रतिभा स्वाति
प्रस्तुत करने होते हैं .
तब फिर अनिवार्य क्या है ? लिखना या लिखने का प्रमाण ?जल्दी ही इस post को edit करुँगी/ तब अपने कुछ प्रकाशित कविता -कहानी - लेख / यहाँ चस्पा कर दूंगी :)
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