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ज़मी से / 100 फीट उपर ,
यहाँ ,मेरा आशियाना है !
शोर ,बहुत अंतर में मगर ,
बाहर सबकुछ वीराना है !
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यहाँ तक आ नहीं सकता ,
रंग - गुलाल और रोली !
सातवी मंज़िल पर हूँ :)
msg आ रहे हैं 'हैपी होली'!
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सुनहरी भोर ,आकाश नीला,
और रंग गुलाबी है यादों का !
पेड़ों पे हरा रंग खिला मनमें,
और है शोख़ रंग वादों का !
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एक इन्द्र्धुनुष सा बुन गया है ,
आज घर और मेरे दरमियाँ :)
तुम ही कहो , कैसे कह दूँ मैं,
की कोई रंग , यहाँ - कहाँ :)
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________________________डॉ.प्रतिभा स्वाति
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