शनिवार, मार्च 21, 2015

जुगनू लगा है ...जलने ज़रा











________
क्यूँ  दौड़ते  हैं बादल ?
किस  बात की है जल्दी ?
 चाँद भी लगा है.....
 मचलने ज़रा !
____
अभी -अभी तो दोपहर, 
ख़ामोश हुई है तपकर .
आई साँझ तो सूरज लगा ,
है ढलने ज़रा !
_____
कहाँ छुपे थे अब तक ?
पूछते  जो हैं सितारे .
सुनके सवाल जुगनू लगा
है जलने ज़रा :)
_____________________ डॉ. प्रतिभा स्वाति

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...