धुंध ..
धुंध के पार
सुकून का विस्तार
सदाबहार
--------- हाइकू : डॉ.प्रतिभा स्वाति
--------------------------------------------------- इन दिनों शीशे की दीवार है उस कोहरे के और मेरे दरमियान . सातवी मंज़िल पर ये फ्लैट कई बार मुझे भ्रम में डाल देता है , क्या मैं बादलों के गाँव में हूँ ?
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