बुधवार, अप्रैल 23, 2014

निर्भया ...

      कुत्सित.....  लोग !
   जिनके  दूषित  इरादे !
    या ख़ुदा !..... उनको ,
    तू......पत्थर  बनादे !!
------------------------------------- डॉ. प्रतिभा स्वाति 

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