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मन बैरागी प्रपंच न समझा..
खुद को खुद से दूर कियाा!!
तोड़ नेह के धागे तुमने...
क्यों मुझको मजबूर किया ?
_____________डॉ प्रतिभा स्वाति ✍️
यूँ ही कोई किसी से नेह के धागे नहीं तोड़ देता है, कोई न कोई कारण होता है। नेह में प्रपंच कोई स्थान नहीं चाहता
बिल्कुल सही कह रही हैं आप 🙏
https://youtu.be/XIeOzFMqIVsयूट्यूब पर पूरी कविता है
यूँ ही कोई किसी से नेह के धागे नहीं तोड़ देता है, कोई न कोई कारण होता है। नेह में प्रपंच कोई स्थान नहीं चाहता
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सही कह रही हैं आप 🙏
जवाब देंहटाएंhttps://youtu.be/XIeOzFMqIVs
जवाब देंहटाएंयूट्यूब पर पूरी कविता है