मंगलवार, अप्रैल 09, 2019

कहाँ है G+

               आज  बड़े  दिन  बाद घर  लौटी  तो  कुछ  बदला - बदला  सा  लगा . शायद  गार्ड  या  गनमेन  बदल  गया .... जाने  मेनगेट  पहले  वाला  नही  रहा  ,ऐसा  "मुझे " लगा ! हो  जाता  है  कई  बार . कई   बार  छोटी  -सी  बात  सबको  पता  होती  है  , सिवाय  आपके .  मुझे  कई  बातें या  जानकारी  या  खबर  कह  लीजिये  ज़रा  देर  से  मालूम   होती  हैं .

         हाँ तो  मै  घर  तक  जब  पहुंची  तब  दरवाज़ा  खोलने  में  दिक्कत  आई , चाभी  तो  वही  थी ... सही  थी तो  क्या  ताला  बदल  गया  है ? मेरी  नेम  प्लेट  कहाँ  है ... ये  एड्रेस  पहले  वाला  ही  है  क्या ? वो  मेरे  सब  पड़ोसी  क्या  हुए ? और  स्टाफ़ ? बगीचा  वही  है अलबत्ता  फूल  कुछ  कम  से लग  रहे  हैं .
        हाँ  भई .... ये  मामला  घर  का  नहीं  ब्लॉग  का  है ..... कहाँ  है G + की  ID और पेज  ? कोई  बताए मुझे . बड़ी  मुश्किल  से  ब्लॉग  खुला और पोस्ट  का ऑप्शन  मिला ..... पर  कविताई  का  मूड चौपट  है . 
------------------------------------ डॉ . प्रतिभा स्वाति