गुरुवार, मार्च 27, 2014

मन / चाहता था ...












ये  जो फूल हैं !
गम के / इन्हें,
अश्कों की ,
नमी  दी  मैंने !!

कैसे  करती  ?
हसरतें पूरी/ ज़िन्दगी ,
सच  में तुझे / बहुत ,
कमी  दी मैंने !!

मन / चाहता था !
उड़ना  / आसमां तक !
लेकिन उसे/ सख्त ,
ज़मी  दी मैंने !!
------------------------- डॉ . प्रतिभा  स्वाति

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