शनिवार, अगस्त 03, 2013

2 हाइकू +

मन  पंछी  है !
उड़ता  दूर  तक !
सुदूर  तक !
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 तन  पिंजरा !
है  ख़ाली  रह  जाता !
क्या  खोता पाता ?
-------------------------------- डॉ . प्रतिभा  स्वाति

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